दुआओं का असर...
Author: Admin Labels:: फ़िरदौस ख़ान की क़लम से
फ़िरदौस ख़ान
गुज़श्ता दिनों की बात है... हमारी एक रिश्तेदार ने अपनी बेटी की शादी की... बारात में दो सौ लोगों को दावत दी गई... खाना इतना पकवाया गया कि अगर कुछ लोग ज़्यादा भी हो जाएं, तो कम न पड़े... यानी ढाई सौ लोग तक खाना खा सकें... खाना पककर तैयार हो गया... अपने तयशुदा वक़्त पर बारात भी आ गई...
लेकिन बारात में ज़्यादा लोग आ गए... कुछ बाराती अपने यार-दोस्तों को भी ले आए... इस तरह तक़रीबन साढ़े तीन सौ लोग हो गए... अब सौ लोगों के खाने का क्या होगा... ये सोचकर लड़की के घरवाले परेशान हो गए... अगर एक भी बाराती भूखा रह गया, तो बहुत ज़िल्लत का सामना करना पड़ेगा...
ख़ुशी के माहौल ग़मग़ीन हो गया... एक बुज़ुर्ग यह सब देख रहे थे... उन्होंने लड़की के घरवालों से कहा कि परेशान न हो, अल्लाह मालिक है... एक कटोरे में पानी ले आओ... पानी से भरा कटोरा आ गया... उन्होंने एक दुआ पढ़ी और पाने पर दम कर दी... उन्होंने कहा कि खाने की सभी देग़ों में थोड़ा-थोड़ा पानी डाल दो, थोड़ा पानी आटे में भी डाल देना... लड़की के घरवालों ने ठीक ऐसा ही किया...
अल्लाह का करम ये हुआ कि सब बाराती खाना खाकर चले गए और आधा देग़ बिरयानी बच भी गई...
ये होता है दुआओं का असर...
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गुज़श्ता दिनों की बात है... हमारी एक रिश्तेदार ने अपनी बेटी की शादी की... बारात में दो सौ लोगों को दावत दी गई... खाना इतना पकवाया गया कि अगर कुछ लोग ज़्यादा भी हो जाएं, तो कम न पड़े... यानी ढाई सौ लोग तक खाना खा सकें... खाना पककर तैयार हो गया... अपने तयशुदा वक़्त पर बारात भी आ गई...
लेकिन बारात में ज़्यादा लोग आ गए... कुछ बाराती अपने यार-दोस्तों को भी ले आए... इस तरह तक़रीबन साढ़े तीन सौ लोग हो गए... अब सौ लोगों के खाने का क्या होगा... ये सोचकर लड़की के घरवाले परेशान हो गए... अगर एक भी बाराती भूखा रह गया, तो बहुत ज़िल्लत का सामना करना पड़ेगा...
ख़ुशी के माहौल ग़मग़ीन हो गया... एक बुज़ुर्ग यह सब देख रहे थे... उन्होंने लड़की के घरवालों से कहा कि परेशान न हो, अल्लाह मालिक है... एक कटोरे में पानी ले आओ... पानी से भरा कटोरा आ गया... उन्होंने एक दुआ पढ़ी और पाने पर दम कर दी... उन्होंने कहा कि खाने की सभी देग़ों में थोड़ा-थोड़ा पानी डाल दो, थोड़ा पानी आटे में भी डाल देना... लड़की के घरवालों ने ठीक ऐसा ही किया...
अल्लाह का करम ये हुआ कि सब बाराती खाना खाकर चले गए और आधा देग़ बिरयानी बच भी गई...
ये होता है दुआओं का असर...