वह तो तुम पढ़ चुके
Author: Admin Labels:: सबक़, सूफ़ी
एक आदमी मस्जिद में नमाज़ पढ़ने गया. उसने वुज़ू करने के लिए कुएं से एक बाल्टी पानी खींचा. उसी वक़्त गांव की एक औरत अपना घड़ा लेकर आ गई और उस आदमी से कहा कि पानी मेरे घड़े में डाल दो. आदमी ने औरत का घड़ा भर दिया. जब आदमी ने दूसरी बाल्टी पानी खींचा तो एक दूसरी औरत ने यही कहा. उस आदमी ने दूसरी औरत का घड़ा भी भर दिया. यही होता रहा. आदमी को ध्यान आया, अरे नमाज़ पढ़ने का वक़्त तो निकला जा रहा है. उसने जल्दी जल्दी वुज़ू किया. जब वह नमाज़ पढ़ने खड़ा हुआ, तो पीछे से एक हाथ उसके कंधे पर आया. उसने मुड़ कर देखा, तो पीछे एक सूफ़ी खड़े हैं. उन्होंने पूछा- तुम क्या करने जा रहे हो? उस आदमी ने कहा- मैं नमाज़ पढ़ने जा रहा हूं.
सूफ़ी ने कहा- वह तो तुम पढ़ चुके.
-असग़र वज़ाहत